महावीर चक्र विजेता शहीद रामउग्रह पांण्डेय के शहादत दिवस पर भावपूर्ण श्रद्धांजलि

महावीर चक्र विजेता शहीद रामउग्रह पांण्डेय के शहादत दिवस पर भावपूर्ण श्रद्धांजलि
भाईचारा एकता परिवार एवं सीआरपीएफ भाईचारा एकता परिवार ने जखनिया रेलवे स्टेशन स्थित प्रतिमा पर किया माल्यार्पण, 1971 युद्ध की वीरगाथा को किया नमन

जखनिया (गाजीपुर), 23 नवम्बर। महावीर चक्र विजेता अमर शहीद रामउग्रह पाण्डेय के शहादत दिवस पर आज जखनिया रेलवे स्टेशन परिसर स्थित उनकी प्रतिमा पर भाईचारा एकता परिवार एवं सीआरपीएफ भाईचारा एकता परिवार की ओर से भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की गई। कार्यक्रम के दौरान माल्यार्पण, राष्ट्रभक्ति गीतों व स्मृति-संवर्द्धन संबोधनों के साथ विविध आयोजन संपन्न हुए।कार्यक्रम की अध्यक्षता भाईचारा एकता परिवार के वरिष्ठ अध्यक्ष रणजीत सिंह ने की। उन्होंने कहा कि “शहीद रामउग्रह पाण्डेय देश के ऐसे अमर सपूत हैं, जिनकी शौर्यगाथा सदैव हमें प्ररेणा देती है। राष्ट्र की रक्षा हेतु प्राणों की आहुति देने वाले इस वीर योद्धा को नमन करना हम सबके लिए गौरव की बात है।”1971 के युद्ध में दिखाया था अतुलनीय शौर्य बताते चलें कि 23 नवम्बर 1971 को indo–pak युद्ध के दौरान एक भीषण मुठभेड़ में रामउग्रह पाण्डेय ने दुश्मनों के भारी हमले का डटकर सामना किया। गोलियों की बारिश के बीच मोर्चे पर डटे रहकर उन्होंने कई साथियों की जान बचाई और दुश्मन के महत्वपूर्ण ठिकानों को ध्वस्त करने में निर्णायक भूमिका निभाई।अपने अदम्य साहस, नेतृत्व क्षमता और राष्ट्रप्रेम के कारण उन्हें मरणोपरांत भारत के दूसरे सर्वोच्च सैन्य सम्मान “महावीर चक्र” से सम्मानित किया गया, जिसे तत्कालीन राष्ट्रपति वी.वी. गिरी ने गणतंत्र दिवस समारोह में उनकी पत्नी को सौंपा था।
अनेक गणमान्य व पूर्व सैनिक रहे उपस्थित
आज के आयोजन में प्रमुख रूप से क्षेत्राधिकारी भुड़कुंडा़ चोब सिंह, भुड़कुंडा़ कोतवाली प्रभारी धीरेंद्र प्रताप सिंह, भाईचारा एकता परिवार के सह-संस्थापक सुरेश यादव, कार्यक्रम संयोजक भगवान सिंह, महासचिव हीरा सिंह, सुभाष यादव, भूतपूर्व सैनिक,एनसीसी 92 बटालियन के कैडेट्स एवं एन ओ डॉ प्रदीप कुमार राय, इंद्रजीत सिंह उर्फ अंटू सिंह,गणमान्य नागरिक एवं बड़ी संख्या में क्षेत्रवासी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का सफल संचालन पीजी कॉलेज भुड़कुंडा़ के असिस्टेंट प्रोफेसर अंग्रेजी विभाग डॉ. संतोष कुमार मिश्रा ने किया।



