
बेद प्रकाश पाण्डेय ब्यूरो चीफ गाजीपुर।
आज दिनांक।18/12/025को
मनरेगा अधिकार खत्म करने वाले बिल के विरोध में जखनिया में पुतला दहन, 22 दिसंबर को धरना-प्रदर्शन का ऐलान
जखनिया, गाज़ीपुर |उत्तर प्रदेश खेत एवं ग्रामीण मजदूर यूनियन के राष्ट्रीय एवं प्रादेशिक आह्वान पर गुरुवार को जखनिया रेलवे मैदान में केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तुत मनरेगा गारंटी अधिकार को समाप्त करने से संबंधित 2025 के प्रस्तावित बिल की प्रति जलाकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया गया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने “मनरेगा अधिकार खत्म करने वाला बिल वापस लो” जैसे नारे लगाए।सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि मनरेगा के तहत वर्तमान 100 दिन के कार्य को बढ़ाकर 200 दिन किया जाए तथा मजदूरी बढ़ाकर ₹600 प्रतिदिन की जाए। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार मनरेगा योजना में व्याप्त भ्रष्टाचार और लूट को रोकने में पूरी तरह विफल रही है और अब इस योजना की जिम्मेदारी राज्यों पर डालकर इसे समाप्त करने की साजिश रच रही है। जबकि कई राज्य गंभीर वित्तीय संकट से गुजर रहे हैं और मजदूरों को पर्याप्त काम उपलब्ध नहीं करा पा रहे हैं।वक्ताओं ने केरल सरकार का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां मनरेगा मजदूरों को ₹800 से ₹900 प्रतिदिन मजदूरी दी जा रही है, जबकि भाजपा सरकार मनरेगा को खत्म करने की दिशा में काम कर रही है।यूनियन ने ऐलान किया कि मनरेगा बचाने के लिए 22 दिसंबर 2025 को केंद्र एवं राज्य सरकार के आवाहन पर जिला, तहसील व ब्लॉक मुख्यालयों पर धरना-प्रदर्शन किया जाएगा।इसी क्रम में ग्राम कमेटी डोरा सादात में महिला एवं पुरुष कार्यकर्ताओं ने भी अध्यादेश की प्रति जलाकर विरोध जताया और मनरेगा को बचाने का संकल्प लिया।कार्यक्रम की अध्यक्षता कामरेड राम अवध राम ने की। प्रमुख वक्ताओं में कामरेड वीरेंद्र कुमार गौतम (जिला मंत्री), बी.बी. सिंह (उपाध्यक्ष) शामिल रहे।मौके पर सुरेंद्र भारती, संजय विश्वकर्मा, रामसेवक यादव, बिंदु देवी, शशि कला, आशा, फूला देवी, श्रीराम, निर्मला, शकुंतला, अनीता बनवासी, मंजू देवी, लक्ष्मीना, हंस देवी, लालसा देवी, सुशीला देवी, चनरमी देवी, अनीता देवी सहित बड़ी संख्या में महिला-पुरुष कार्यकर्ता उपस्थित रहे।



