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पुणे में साइबर फ्राड…गोरखपुर के सराफा व्यापारियों के बैंक खाते हुए सीज

पुणे में साइबर फ्राड…गोरखपुर के सराफा व्यापारियों के बैंक खाते हुए सीज

चार दिन पहले पुणे से लौटे एक खाताधारक ने बताया कि उनका खाता बैंक की तरफ से सीज किया गया था। साइबर अपराध के दफ्तर जाने के बाद जब मैसेज दिखाया तो पता चला कि लेन-देन में गड़बड़ी की वजह से पुणे साइबर क्राइम की तरफ से शिकायत पर बैंक ने खातों को सीज कराया है। इसी आधार पर पुणे जाकर इस कार्रवाई के संबंध में जानकारी ली।

पुणे में हुए साइबर अपराध के एक मामले में गोलघर के कुछ सराफा व्यापारियों के बैंक खाते सीज कर देने की खबर है। हालांकि, इन लोगों का इस मामले से सीधा कोई कनेक्शन नहीं है लेकिन गोरखपुर के एक वित्तीय सलाहकार और सिंघड़िया-कुडाघाट के युवक के खाते से लेन-देन होने की वजह से इन खातों को सीज किया गया है। पुणे साइबर क्राइम ब्रांच की शिकायत पर यह कार्रवाई हुई है।बताया जा रहा है कि पुणे में अपना स्थायी पता बनाने वाला वित्तीय सलाहकार इस पूरे चेन की मुख्य कड़ी है। उसका भी 55 लाख रुपये के आस-पास वाला बैंक खाता सीज किया गया है।

चार दिन पहले पुणे से लौटे एक खाताधारक ने बताया कि उनका खाता बैंक की तरफ से सीज किया गया था। साइबर अपराध के दफ्तर जाने के बाद जब मैसेज दिखाया तो पता चला कि लेन-देन में गड़बड़ी की वजह से पुणे साइबर क्राइम की तरफ से शिकायत पर बैंक ने खातों को सीज कराया है। इसी आधार पर पुणे जाकर इस कार्रवाई के संबंध में जानकारी ली।पता चला कि गोरखपुर का एक वित्तीय सलाहकार जो अब पुणे में रहता है, वह साइबर वित्तीय अपराध से जुड़ा है। गोरखपुर के इन खातों में उसने गोरखपुर आने-जाने पर कोई न कोई वित्तीय लेनदेन या खरीदारी की होगी। इसी आधार पर उससे जुड़े अन्य खातों को भी सीज किया गया है। एजेंसी के सूत्रों की मानें तो इसमें एक सराफा व्यापारी के पास पिछले साल कुछ खरीद-बिक्री की गई थी।

भुगतान स्वैप मशीन से किया गया था। भुगतान उसी वित्तीय सलाहकार के खाते या उस बैंक से जुड़े किसी खाते से किया गया था, ऐसे में शिकायत पर बैंक ने खाते को सीज कर दिया। हालांकि स्वैप मशीन से खरीदारी की वजह से किसके खाते से रुपये आए थे, इसकी जानकारी नहीं हो सकी है।ऐसे ही, गोलघर के एक अन्य सराफा व्यापारी के यहां भी इसी वित्तीय सलाहकार के खाते से कुछ खरीदारी या लेन-देन किया गया था। इस वजह से सराफा व्यापारी का खाता भी सीज कर दिया गया।

हालांकि सराफा व्यापारी के पास व्यापार और फर्म से जुड़े चार बैंक खाते हैं। अन्य तीन खातों से व्यापार हो रहा है। इसके अलावा शहर की एक बड़ी फर्म (रियल एस्टेट कारोबार) के खातों को भी सीज किया गया है। वहीं, एक दूसरे रियल एस्टेट कारोबारी के खाते पर बैंक ने वित्तीय लेनदेन कर रोक लगा दी है। उधर, सिंघड़िया के युवक के चार बैंक खातों में 1.14 करोड़ रुपये को सीज किया गया है।सूत्रों ने बताया कि इनमें से कुछ सराफा व्यापारी अपने बैंक खातों के सीज होने का कारण ही नहीं समझ पा रहे हैं। इसे लेकर बैंक से लेकर साइबर तक के चक्कर लगा चुके हैं।

पान-चाय वालों के खाते भी सीजइस साइबर अपराध के चक्कर में गोरखपुर में कई पान और चाय वालों के खातों को भी सीज किया गया है। पीड़ित सूत्र ने बताया कि दो दिन पहले दिव्यनगर में कई पान और चाय की दुकान के खातों को सीज किया गया है। ये सभी खाते निजी बैंक में संचालित होते हैं। ये वो लोग हैं जो वित्तीय सलाहकार या सिंघड़िया के दूसरे युवक के बैंक खातों से किसी न किसी तरह वित्तीय लेनदेन के दायरे में आए होंगे।वर्जनकुछ बैंक खातों को सीज किया गया है। पुणे साइबर क्राइम ब्रांच की सूचना पर बैंक ने ये कार्रवाई की है। कुछ लोग अपनी शिकायत लेकर आते थे। ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के दौरान लोगों को खासी सतर्कता बरतनी चाहिए। अनजान या अपरिचित के साथ डिजिटल पेमेंट से बचना चाहिए: उपेंद्र सिंह, उप निरीक्षक, साइबर अपराध

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