गोरखपुर में DIG थे, ADG बनकर लौटे वापस- NCB में भी दे चुके हैं सेवाएं

गोरखपुर में DIG थे, ADG बनकर लौटे वापस- NCB में भी दे चुके हैं सेवाएं
अशोक मुथा जैन की नेतृत्व क्षमता और प्रशासनिक कौशल के कारण उन्हें 1 जनवरी 2022 को अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) के पद पर पदोन्नत किया गया। 11 मार्च 2024 को उन्हें एडीजी/पीएसआर और पीबी उत्तर प्रदेश के पद पर नियुक्त किया गया, जहां से उन्होंने लखनऊ में अपनी सेवाएं जारी रखीं। अब गोरखपुर जोन के एडीजी के तौर पर इनकी तैनाती की गई है।
यूपी में बृहस्पतिवार को तीन आईपीएस अफसरों के तबादले कर दिए गए हैं। मुथा अशोक जैन को गोरखपुर जोन का अपर पुलिस महानिदेशक बनाया गया है। वह अभी तक भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड में अपर पुलिस महानिदेशक के पद पर कार्यरत थे। 2013 में वो गोरखपुर के डीआईजी भी रह चुके हैं।गोरखपुर में अभी तक एडीजी रहे डॉ के एस प्रताप कुमार को पुलिस महानिदेशक सीएमडी, पुलिस आवास निगम नियुक्त किए गए। भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के वरिष्ठ अधिकारी अशोक मुथा जैन ने अपने कार्यकाल में बेहतरीन प्रशासनिक और नेतृत्व क्षमता का परिचय दिया है।
1995 बैच के आईपीएस अधिकारी जैन का जन्म 30 अगस्त 1966 को आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले में हुआ था। उनके पिता का नाम एम.एम. जैन है। उन्होंने बी.कॉम (बैंकिंग अकाउंट्स स्टैटिस्टिक्स) में स्नातक की डिग्री हासिल की और इसके बाद लखनऊ स्थित भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) से विपणन और वित्त में स्नातकोत्तर डिप्लोमा (पीजीडीएम) प्राप्त किया।
अपनी शिक्षा पूर्ण करने के बाद, जैन ने 28 दिसंबर 1995 को आईपीएस सेवा में प्रवेश किया। उनकी पहली नियुक्ति वाराणसी में एसपी सिटी के रूप में हुई, जहां उन्होंने अपराध नियंत्रण में महत्वपूर्ण योगदान दिया। इसके बाद, उन्होंने इलाहाबाद, कानपुर, इटावा, जौनपुर, फर्रुखाबाद और ललितपुर जैसे विभिन्न जिलों में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) और पुलिस अधीक्षक (एसपी) के पदों पर कार्य किया।
गोरखपुर, फैजाबाद और सहारनपुर में उन्होंने उप महानिरीक्षक (डीआईजी) के रूप में भी सेवाएं दीं। जैन की नेतृत्व क्षमता और प्रशासनिक कौशल के कारण उन्हें 1 जनवरी 2022 को अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) के पद पर पदोन्नत किया गया। 11 मार्च 2024 को उन्हें एडीजी/पीएसआर और पीबी उत्तर प्रदेश के पद पर नियुक्त किया गया, जहां से उन्होंने लखनऊ में अपनी सेवाएं जारी रखीं।केंद्र सरकार में प्रतिनियुक्ति के दौरान, जैन ने नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) में उप महानिदेशक (डिप्टी डायरेक्टर जनरल) के रूप में कार्य किया। इस भूमिका में, उन्होंने अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान और अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत से संबंधित ड्रग मामलों की जांच में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।