
गोरखपुर मुख्यमंत्री सिक्सलेन निर्माण की धीमी रफ्तार पर नाराज, लगाई फटकार
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को टीपीनगर से पैडलेगंज मार्ग पर बन रहे गोरखपुर के पहले सिक्सलेन फ्लाईओवर का निरीक्षण किया। उन्होंने निर्माण कार्य की धीमी प्रगति पर नाराजगी जताई और अधिकारियों को निर्देश दिया कि काम को समय सीमा में पूरा किया जाए। फ्लाईओवर की लागत 429 करोड़ 49 लाख रुपये है।
गोरखपुर,मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार शाम टीपीनगर से पैडलेगंज मार्ग पर बन रहे गोरखपुर के पहले सिक्सलेन फ्लाईओवर के निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कार्य की प्रगति अपेक्षित न होने पर नाराजगी जताते हुए अधिकारियों को फटकार लगाई। मुख्यमंत्री ने कहा कि मानसून के बाद का समय कार्य की गति बढ़ाने के लिए अनुकूल था, लेकिन निर्माण में अपेक्षित तेजी नहीं आई। उन्होंने निर्देश दिया कि टेक्निकल मैनपॉवर और संसाधनों में वृद्धि कर कार्य को तय समय सीमा में हर हाल में पूरा किया जाए। मुख्यमंत्री बिहार में भाजपा प्रत्याशियों के समर्थन में प्रचार करने के बाद मंगलवार शाम गोरखपुर पहुंचे।
सबसे पहले वे नहर रोड स्थित आजाद चौक पहुंचे और पिलर संख्या 62-63 के पास फ्लाईओवर के निर्माण कार्य का जायजा लिया। उन्होंने कार्यदायी संस्था उत्तर प्रदेश सेतु निगम लिमिटेड के अधिकारियों से प्रगति की विस्तृत जानकारी ली। करीब 429 करोड़ 49 लाख रुपये की लागत से बन रहे इस 2.6 किमी लंबे सिक्सलेन फ्लाईओवर का कार्य फरवरी 2023 में शुरू हुआ था और जनवरी 2026 तक पूरा किया जाना है। अधिकारियों ने बताया कि अब तक 72 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है। निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि पिलरों पर स्लैब डालते समय सुरक्षा और सेफ्टी के सभी इंतजाम सुनिश्चित किए जाएं। उन्होंने फ्लाईओवर के नीचे और ऊपर सर्विस रोड पर प्रकाश व्यवस्था मजबूत करने, जलनिकासी के लिए सड़क का ढाल नाले की ओर करने तथा पिलरों के नीचे की जगह को अयोध्या की तर्ज पर सुंदर बनाने के निर्देश दिए। साथ ही नालों में कूड़ा न जाने पाए, इसके लिए जालियां लगाने को कहा। सीएम योगी ने ड्राइंग मैप देखते हुए अधिकारियों से सभी पिलरों की स्थिति की जानकारी ली। सेतु निगम अधिकारियों ने बताया कि 77 में से 55 पिलरों पर स्लैब डाले जा चुके हैं, बाकी कार्य जनवरी 2026 तक पूर्ण कर लिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि फ्लाईओवर के नीचे दोनों तरफ ड्रेन और नालों पर स्लैब डालने का कार्य अधिकतम एक माह में पूरा किया जाए और किसी भी दशा में जलजमाव न हो। निरीक्षण के दौरान महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव, विधायक विपिन सिंह, भाजपा महानगर संयोजक राजेश गुप्ता, प्रशासन, पुलिस, सेतु निगम, लोक निर्माण विभाग, नगर निगम और जीडीए के अधिकारी मौजूद रहे।



