गोरखपुर पीडब्ल्यूडी : जेई से मारपीट के मामले में ठेकेदार गिरफ्तार

गोरखपुर पीडब्ल्यूडी : जेई से मारपीट के मामले में ठेकेदार गिरफ्तार
अभियंताओं की तहरीर पर कैंट पुलिस ने ठेकेदार पर दर्ज किया था केसठेकेदार की गिरफ्तारी के बाद अभियंताओं ने धरना खत्म कियागोरखपुर। कैंट थाना क्षेत्र में स्थित पीडब्ल्यूडी ऑफिस में बुधवार को जेई से मारपीट के मामले में शुक्रवार को पुलिस ने आरोपी ठेकेदार लल्लन दुबे को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने कानूनी कार्रवाई पूरी कर आरोपी को कोर्ट में पेश किया, जहां से जेल भेज दिया गया। आरोपी की गिरफ्तारी के बाद अभियंताओं ने धरना खत्म कर दिया है। शनिवार से वह काम पर लौटेंगे।मामले में बृहस्पतिवार को केस दर्ज कर कैंट पुलिस ठेकेदार की तलाश कर रही थी। शुक्रवार को कैंट क्षेत्र से ही आरोपी लल्लन दुबे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। वहीं, ठेकेदार लल्लन दुबे का कहना है कि एसएसपी से मिलने पुलिस ऑफिस गए थे। वहां प्रार्थना पत्र देकर पक्ष भी रखा लेकिन बाहर निकलते ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। बताया कि भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई थी। इसलिए उनकी आवाज दबाई गई है। उन्हें जानबूझकर फंसाया गया है। एक पक्ष का तुरंत केस दर्ज कर लिया गया। कोई जांच भी नहीं हुई जबकि उनके प्रार्थना पत्र पर कोई सुनवाई नहीं हुई।
जानकारी के अनुसार, बुधवार दोपहर पीडब्ल्यूडी कार्यालय के प्रथम तल पर अपने कमरे में जेई डीके सिंह बैठे थे। उन्होंने आरोप लगाया कि दोपहर करीब 1:30 बजे ठेकेदार लल्लन दुबे आए। उनसे पूछा कि क्या काम है। इसपर वह मारपीट पर उतारू हो गए। हाथापाई करने लगे जिससे उनकी शर्ट फट गई। इसके बाद शोर सुनकर ऑफिस के अन्य कर्मचारी भी आ गए। सभी लोगों ने मिलकर ठेकेदार को कमरे में बंद कर दिया।
जेई ने आरोप लगाया कि ठेकेदार ने माप पुस्तिका फाड़ दी और जेब से छह हजार रुपये छीन लिए। इसके बाद गला दबाकर मारने की कोशिश की।आरोप लगाया कि लल्लन दुबे इस खंड के पंजीकृत ठेकेदार नहीं हैं और आए दिन सरकारी कार्यों में बाधा डालकर धन उगाही की कोशिश करते हैं। बृहस्पतिवार को जेई डीके सिंह, एई रंजन सिंह, जेई रामसमुझ शर्मा और आशीष तिवारी ने संयुक्त रूप से तहरीर दी। कैंट सीओ योगेंद्र सिंह ने बताया कि केस दर्ज करने के बाद से पुलिस आरोपी की तलाश कर रही थी। क्षेत्र में ही उसकी लोकेशन मिली। पुलिस ने घेराबंदी कर उसे पकड़ लिया।
न्याय के लिए सीएम से मिलेगा ठेकेदार संघउत्तर प्रदेश ठेकेदार कल्याण समिति के अध्यक्ष शरद कुमार सिंह ने कहा कि पीडब्ल्यूडी की ओर से ठेकेदार पर केस दर्ज करा दिया गया। ठेकेदार की तहरीर पर केस दर्ज नहीं किया गया। ठेकेदार संघ की मांग थी कि सीसीटीवी फुटेज की जांच कर ली जाए ताकि सचाई का पता चल सके। उन्होंने कहा कि पीड़ित व्यक्ति जेल जा रहा है। मामले में जांच किए बिना एकपक्षीय कार्रवाई की गई है। यह अत्यंत ही निंदनीय है। घटना से मुख्यमंत्री को अवगत कराया जाएगा। प्रदेश संगठन सोमवार को बैठक कर आगे की रणनीति पर विचार करेगा।