गोरखपुर पीडब्ल्यूडी कार्यालय में मारपीट के मामले में ठेकेदार पर केस दर्ज

गोरखपुर पीडब्ल्यूडी कार्यालय में मारपीट के मामले में ठेकेदार पर केस दर्ज
जेई की तहरीर पर कैंट थाने में दर्ज हुआ केस, पुलिस कर रही जांचगोरखपुर। कैंट थाना क्षेत्र के लोक निर्माण विभाग में बुधवार को जेई और ठेकेदार के बीच हुई मारपीट के मामले में बृहस्पतिवार को ठेकेदार पर केस दर्ज हो गया। जेई और एई की तहरीर पर कैंट पुलिस ने आरोपी ठेकेदार लल्लन दुबे पर मारपीट, हत्या की कोशिश, सरकारी कार्य में बाधा डालने समेत सात धाराओं में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।बुधवार दोपहर पीडब्ल्यूडी कार्यालय के पहले तल पर अपने कमरे में जेई डीके सिंह बैठे थे। उन्होंने आरोप लगाया कि दोपहर करीब 1:30 बजे लल्लन दुबे नाम के एक ठेकेदार आए। वह आए दिन आकर परेशान करते हैं। वह बुधवार को ऑफिस में आए। उनसे पूछा क्या काम है। इसपर वह मारपीट पर उतारू हो गए। हाथापाई करने लगे जिससे शर्ट फट गई। इसके बाद शोर सुनकर ऑफिस के अन्य कर्मचारी भी आ गए। सभी लोगों ने मिलकर ठेकेदार को कमरे में बंद कर दिया। जेई ने आरोप लगाया कि ठेकेदार ने माप पुस्तिका फाड़ दी और जेब से छह हजार रुपये छीन लिए। इसके बाद गला दबाकर मारने की कोशिश की। आरोप लगाया कि लल्लन दुबे इस खंड के पंजीकृत ठेकेदार नहीं हैं और आए दिन सरकारी कार्यों में बाधा डालकर धन उगाही की कोशिश करते हैं। बृहस्पतिवार को जेई डीके सिंह, एई रंजन सिंह, जेई रामसमुझ शर्मा और आशीष तिवारी ने संयुक्त रूप से तहरीर दी। कैंट थाना प्रभारी संजय सिंह ने कहा कि मामले में ठेकेदार पर केस दर्ज कर जांच की जा रही है।
–आरोपी ठेकेदार का लाइसेंस निरस्त करने की मांगजेई और ठेकेदार के बीच मारपीट के बाद बृहस्पतिवार को डिप्लोमा इंजीनियरिंग संघ और राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के पदाधिकारियों की संयुक्त बैठक डिप्लोमा इंजीनियरिंग संगठन लोक निर्माण विभाग पर की गई। वहां पर सभी पदाधिकारियों ने लल्लन दुबे पर कार्रवाई न होने तक संघर्ष का निर्णय लिया है। परिषद के वरिष्ठ उपाध्यक्ष पंडित श्याम नारायण शुक्ला ने कहा कि कर्मचारी समाज अब इस तरह का कृत्य बर्दाश्त नहीं करेगा। जिला प्रशासन से अनुरोध है कि वह ऐसे माफिया पर गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार किया जाए। महामंत्री मदन मुरारी शुक्ल ने कहा कि आरोपी ठेकेदार का लाइसेंस निरस्त कर उसे शीघ्र गिरफ्तार किया जाए। अन्यथा कर्मचारी समाज सड़क पर उतरने के लिए बाध्य होगा। इस अवसर पर इंजीनियर रामसमुझ, अनूप श्रीवास्तव, सौरभ, श्रीनाथ, इजहार अली, राजेश मिश्रा आदि मौजूद रहे।
–ठेकेदारों ने मुख्य अभियंता कार्यालय पर किया प्रदर्शनकेस दर्ज होने पर ठेकेदार संघ भवन में बैठक कर रहे ठेकेदारों को इसकी जानकारी हुई तो वे कैंट थाने जाकर तहरीर देकर रसीद प्राप्त की। इसके बाद ठेकेदारों ने मुख्य अभियंता कार्यालय आरके वर्मा के कार्यालय में पहुंचकर उनसे बात करने की कोशिश की। उन्होंने कम लोगों से बात करने की कोशिश की तो ठेकेदार बाहर आ गए और धरना-प्रदर्शन करने लगे। इसके पहले उत्तर प्रदेश ठेकेदार कल्याण समिति के अध्यक्ष शरद कुमार सिंह ने मुख्य अभियंता को पत्र देकर कहा कि ठेकेदार लल्लन दुबे पंजीकृत हैं। वह निर्माण खंड-3 के कार्यालय में सहायक अभियंता से मिलने गए थे। वहां पर अवर अभियंता एवं सहायक अभियंता ने संगठित रूप से जुटकर उनसे मारपीट की एवं उनको कमरे में बंधक बना लिया। इसपर लल्लन दुबे ने डायल 112 पर कॉल की तो पुलिस आई। इसके बाद ठेकेदार पर ही उल्टे केस दर्ज करा दिया गया। कहा कि राजकीय कार्यालय में इस प्रकार की मारपीट की घटना करना एवं पीड़ित पर प्राथमिकी दर्ज कराना अत्यंत ही खेदजनक है। घटना से रजिस्टर्ड ठेकेदारों में भय व्याप्त है। साथ ही ठेकेदारों में काफी रोष व्याप्त है। वह खुद को कार्यालय जाने में अपने को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। मांग की कि घटना की सीसीटीवी फुटेज की जांच कराकर लल्लन दुबे की ओर से दी गई तहरीर पर कार्रवाई की जाए। यदि सीसीटीवी फुटेज में कोई कमी पाई जाती है तो संबंधित जिम्मेदार पर केस दर्ज कराते हुए आरोपियों पर कार्रवाई हो।