गोरखपुर : डीएम दफ्तर में बेहोश हुई गैंगरेप पीड़िता-परिजनों ने कहा, निराश होकर खाया जहर
डीएम दफ्तर में बेहोश हुई गैंगरेप पीड़िता-परिजनों ने कहा, निराश होकर खाया जहर
गोरखपुर जिला संवाददाता
इंडिया नाउ 24 तपन बोस
जब युवती कोर्ट गई तो अप्रैल 2024 में गैंगरेप का केस दर्ज हुआ। पीड़िता का आरोप है कि पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं कर रही है। पुलिस आरोपियों से मिलकर उसे ही दौड़ा रही है। जबकि आरोपी रोज पीड़िता को धमकी दे रहे हैं। जिससे आहत होकर वह डीएम दफ्तर में फरियाद लेकर पहुंची थी।
कैंट थाना क्षेत्र में गैंगरेप के आरोपियों की गिरफ्तारी न होने से आहत एक युवती सोमवार को शिकायत लेकर डीएम दफ्तर पहुंची। वहां उसकी तबीयत खराब हो गई। उसे उल्टी होने लगी और वह बेहोश हो गई। पीड़िता के बेहोश होते ही डीएम कार्यालय में अफरा-तफरी मच गई। तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी गई। इसके बाद सीओ कैंट अंशिका वर्मा और कैंट इंस्पेक्टर मौके पर पहुंचे।
पुलिस ने युवती को इलाज के लिए जिला महिला अस्पताल में भर्ती कराया। परिजनों का कहना है कि युवती ने जहर खाकर सुसाइड करने की कोशिश की है। महिला अस्पताल के एसआईसी डॉ. जय कुमार का कहना है, युवती शारीरिक रूप से बहुत कमजोर है। दो दिन से खाना नहीं खाई थी। धूप में रहने की वजह से उल्टी हुई और बेहोश हो गई। जहर खाने की बात गलत है।
27 जनवरी को हुआ था गैंगरेप
ब्रम्हपुर इलाके की 22 साल युवती गोरखनाथ के हुमायूंपुर में रहती है। वह 27 जनवरी को चिड़ियाघर गई थी। आरोप है कि उसके साथ उस दिन मोहल्ले के ही हिमांशु, राकेश और आशीष ने मिलकर गैंगरेप किया। पहले तो पुलिस ने दबाव में आकर मुकदमा नहीं दर्ज किया।
जब युवती कोर्ट गई तो अप्रैल 2024 में गैंगरेप का केस दर्ज हुआ। पीड़िता का आरोप है कि पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं कर रही है। पुलिस आरोपियों से मिलकर उसे ही दौड़ा रही है। जबकि आरोपी रोज पीड़िता को धमकी दे रहे हैं। जिससे आहत होकर वह डीएम दफ्तर में फरियाद लेकर पहुंची थी।
सीओ कैंट आंशिका वर्मा ने बताया कि युवती ने अप्रैल में कोर्ट के आदेश पर रामगढ़ताल थाने में गैंगरेप का केस दर्ज कराया था। बयान देने के लिए बुलाने पर वह कभी थाने नहीं आई। सोमवार को अचानक डीएम दफ्तर गई, जहां उसकी तबीयत खराब हो गई। मामले में उचित कार्यवाही की जा रही है। बयान के बाद आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।