गाजीपुर : हंसराजपुर के पप्पू जायसवाल का आकस्मिक निधन, गांव में शोक की लहर

बेद प्रकाश पाण्डेय ब्यूरो चीफ गाजीपुर।
आज दिनांक।21/06/025को
हंसराजपुर के पप्पू जायसवाल का आकस्मिक निधन, गांव में शोक की लहर
गाजीपुर। हंसराजपुर बभनौली गांव से एक दुखद खबर सामने आई है, जहां गांव निवासी बाबूलाल जायसवाल के पुत्र पप्पू जायसवाल का आकस्मिक निधन हो गया। गुरुवार, 19 जून 2025 को हुई इस अप्रत्याशित घटना से पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई है। गांव और आसपास के लोग इस समाचार को सुनकर स्तब्ध हैं।
पप्पू जायसवाल अपने भाइयों में दूसरे नंबर पर थे। उनके चार अन्य भाई गुड्डू जायसवाल,बृजेश जायसवाल,संजय जायसवाल और पंकज जायसवाल भी परिवार का हिस्सा हैं। सभी भाइयों ने बचपन में एक साथ गांव की गलियों में खेलते हुए समय बिताया,लेकिन जीवन की जिम्मेदारियों को समझते हुए बड़े शहरों की ओर रोजगार की तलाश में निकल पड़े।
पप्पू जायसवाल भी परिवार के भरण-पोषण के लिए मुंबई गए थे, जहां उन्होंने मेहनत और ईमानदारी से अपने जीवन को संवारा। वह न सिर्फ परिवार के लिए बल्कि अपने दोस्तों और समाज के लिए भी हमेशा मददगार और प्रेरणादायक बने रहे। पप्पू जायसवाल समाज में एक मिलनसार, हंसमुख और सम्मानित व्यक्ति के रूप में पहचाने जाते थे। उनकी मित्रता, सहजता और व्यवहार कुशलता ने उन्हें हर वर्ग का प्रिय बना दिया था।
लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था। 19 जून को किसी अज्ञात कारण से उनका निधन हो गया। इस समाचार ने उनके परिवार सहित समूचे गांव को गहरे शोक में डाल दिया है। माता मंजू जायसवाल अपने बेटे के वियोग में बेसुध हैं और उनका रो-रो कर बुरा हाल है। परिवार पर जैसे दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।
पप्पू जायसवाल का अंतिम संस्कार शुक्रवार, 20 जून 2025 को मुंबई के शमशान घाट पर संपन्न हुआ। जहां उनके शुभचिंतक, मित्रगण और रिश्तेदारों ने भारी मन से उन्हें अंतिम विदाई दी। हंसराजपुर बभनौली गांव में भी लोगों ने स्वर्गीय पप्पू जायसवाल को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। ग्रामीणों ने कहा कि पप्पू जायसवाल जैसे मित्र का साथ छूटना व्यक्तिगत क्षति के समान है, जिसे कभी भरा नहीं जा सकता।
इस दुखद घड़ी में गांववासियों एवं शुभचिंतकों ने दिवंगत आत्मा की शांति और परिवार को इस असीम दुख को सहने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की। सभी ने एक स्वर में कहा,”भगवान पप्पू जायसवाल की आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें।”