छत्तीसगढ़ : बलरामपुर जिले में छठ पूजा आस्था और श्रद्धा के साथ धूमधाम से मनाई गई

बलरामपुर जिले में छठ पूजा आस्था और श्रद्धा के साथ धूमधाम से मनाई गई
शैलेंद्र कुमार द्विवेदी
इंडिया नाऊ २४
छत्तीसगढ़





बलरामपुर—- छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में चार दिवसीय छठ महापर्व आस्था और श्रद्धा के वातावरण में धूमधाम से संपन्न हुआ। वाड्रफनगर के खरहरा–मोर्न नदी संगम तट सहित जिले के विभिन्न घाटों पर हजारों महिला श्रद्धालु डूबते और उगते सूर्य को अर्घ्य देने पहुंचे। पूरे जिले में छठ घाटों को आकर्षक रूप से सजाया गया और पूरा माहौल भक्तिमय बना रहा।
छठ महापर्व के दौरान वाड्रफनगर, रामानुजगंज, सरना, बसंतपुर और बलंगी क्षेत्र के घाटों पर सुबह से ही व्रतियों और श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। महिलाओं ने शाम को डूबते सूर्य को अर्घ्य देकर परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की, वहीं रातभर घाटों पर दीप प्रज्वलन, भजन-कीर्तन और लोकगीतों की गूंज से वातावरण भक्तिमय बना रहा।
सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ व्रतियों ने हवन, पूजन और पारण कर व्रत संपन्न किया। जिला प्रशासन की ओर से सुरक्षा, स्वच्छता, टेंट और रोशनी की उत्कृष्ट व्यवस्था की गई, जो श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र बनी रही।
छठ पूजा के दौरान पूरा क्षेत्र भक्ति और लोक परंपरा की छटा से सराबोर रहा। श्रद्धालुओं की आस्था ने एक बार फिर सिद्ध किया कि छठ पर्व केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि सामाजिक एकजुटता और शुद्धता का प्रतीक महापर्व है।
इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य सरना-02 श्रीमती बेला अनिल कुशवाहा रात्रि में संगम तट पहुँचीं। उन्होंने व्रतियों के सुपा पर नारियल एवं फल अर्पित कर छठी मइया का आशीर्वाद लिया और श्रद्धालुओं से आशीष प्राप्त किया।
बेला अनिल कुशवाहा ने कहा,
> “मैंने अपने क्षेत्र के सभी गांवों के छठ घाटों पर जाकर छठी मइया से प्रार्थना की कि क्षेत्र के सभी परिवारों को सुख, शांति और समृद्धि प्रदान करें। मैंने फल और नारियल अर्पित कर व्रतियों का आशीर्वाद लिया। मैं क्षेत्र की जनता की सेवा इसी तरह करती रहूंगी। सभी को छठ महापर्व की हार्दिक शुभकामनाएं।”
नगरवासियों में भी देवी भक्ति को लेकर अपार उत्साह देखा गया। छठ घाटों पर उमड़ी भीड़ और गूंजते लोकगीतों ने पूरे जिले को भक्ति रंग में रंग दिया।



