गाजीपुर : “सैदपुर बना भ्रष्टाचार का अड्डा, अधिकारी बेच रहे सिस्टम – पूर्व मंत्री रामतेज पांडेय का फूटा गुस्सा!”

बेद प्रकाश पाण्डेय ब्यूरो चीफ गाजीपुर।
आज़ दिनांक।16/06/025को
“सैदपुर बना भ्रष्टाचार का अड्डा, अधिकारी बेच रहे सिस्टम – पूर्व मंत्री रामतेज पांडेय का फूटा गुस्सा!”
गाज़ीपुर | “योगी सरकार की नीतियां ज़मीन पर दम तोड़ रही हैं और अफसरशाही खुलेआम सरकार को बदनाम करने में जुटी है!” – ये आरोप लगाए हैं भाजपा के पूर्व प्रदेश मंत्री रामतेज पांडेय ने। उन्होंने जिलाधिकारी गाज़ीपुर को एक धमाकेदार शिकायती पत्र भेजकर सैदपुर तहसील में फैलते भ्रष्टाचार की परतें उधेड़ दी हैं। रामतेज पांडेय ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि सैदपुर में बिजली विभाग से लेकर अस्पताल, पुलिस और नगर पंचायत तक ‘भ्रष्टाचार की मंडी’ बन चुकी है। हर विभाग में काम के बदले रिश्वत वसूली जा रही है और पार्टी कार्यकर्ताओं तक को अपमानित किया जा रहा है।
बिजली विभाग की पोल-पट्टी खुली:
बिल सुधार, कनेक्शन, मीटर – हर काम की अपनी रेट लिस्ट!
ग्रामीण इलाकों में जानबूझकर 8-10 घंटे बिजली कटौती, जिससे जनता में भारी आक्रोश।
अस्पताल या दलालों का अड्डा?
मरीजों को दवा-जांच के लिए बाहर भेजा जा रहा है।
अस्पताल परिसर गंदगी से अटा पड़ा है, अंदर दलालों की मनमानी।
पुलिस नहीं, रिश्वतखोर तंत्र!
कोतवाली और थानों में 2000 रूपए में चरित्र प्रमाण पत्र, नाम चढ़ाने और हटाने के भी रेट तय।
संजय यादव चौकी को बताया गया “भ्रष्टाचार का हब”, ईमानदार पुलिसकर्मियों को दरकिनार कर घूसखोरों को बढ़ावा।
नगर पंचायत में लूट का खेल:
कागजों पर विकास, ज़मीनी हकीकत में लूट।
भाजपा कार्यकर्ताओं को परेशान कर रही पंचायत, पार्टी को बदनाम करने की साजिश।
रामतेज पांडेय ने चेताया है कि अगर शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो सरकार की छवि को विपक्ष और भ्रष्ट अफसर मिलकर पूरी तरह बदनाम कर देंगे।
“मुख्यमंत्री योगी जी की नीतियों को पलीता लगाने में कुछ भ्रष्ट अफसर कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। जनता त्रस्त है, पार्टी कार्यकर्ता आहत हैं और विपक्ष इस मौके का इंतज़ार कर रहा है।” – रामतेज पांडेय