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गाजीपुर : श्री महंथ रामाश्रय दास स्नातकोत्तर महाविद्यालय में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर एकदिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी सम्पन्न

बेद प्रकाश पाण्डेय ब्यूरो चीफ गाजीपुर।

आज दिनांक।07/08/025को

श्री महंथ रामाश्रय दास स्नातकोत्तर महाविद्यालय में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर एकदिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी सम्पन्न

भुड़कुड़ा, गाजीपुर | 07 अगस्त 2025

श्री महंथ रामाश्रय दास स्नातकोत्तर महाविद्यालय, भुड़कुड़ा गाजीपुर में राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ उत्तर प्रदेश के संयुक्त तत्वावधान में “राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020” विषयक एकदिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का भव्य आयोजन किया गया। संगोष्ठी में तीन प्रमुख बिंदुओं पर विस्तारपूर्वक विमर्श हुआ, जिसमें नई शिक्षा नीति की उपयोगिता, चुनौतियाँ और क्रियान्वयन की स्थिति को प्रमुखता से रखा गया।

विषय प्रवर्तन डॉ. संतोष कुमार मिश्र द्वारा

संगोष्ठी का उद्घाटन सत्र अंग्रेजी विभागाध्यक्ष एवं सह-संयोजक डॉ. संतोष कुमार मिश्र द्वारा किया गया। उन्होंने कहा कि शिक्षा जीवन का मूल तत्व है और जब तक शिक्षा भारतीय दृष्टिकोण से संचालित नहीं होगी, राष्ट्र की प्रगति अधूरी रहेगी। डॉ. मिश्र ने कहा कि हमने शिक्षा को अत्यंत सीमित दायरे में बाँध दिया था, जबकि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 शिक्षा को व्यापक, समग्र और वैश्विक दृष्टिकोण से जोड़ती है। इसका उद्देश्य ऐसे वैश्विक नागरिक तैयार करना है जो जड़ों से जुड़े हों।

द्वितीय सत्र में डॉ. धनंजय उपाध्याय का प्रजेंटेशन

दूसरे सत्र को भूगोल विभागाध्यक्ष डॉ. धनंजय उपाध्याय ने पॉवर प्वाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से संबोधित किया। उन्होंने बताया कि यह नीति वर्ष 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि इस नीति में समाज के हाशिए पर खड़े वर्गों को शिक्षा की मुख्यधारा में लाने का विशेष प्रयास किया गया है। परीक्षा और मूल्यांकन की प्रक्रिया में भी आमूलचूल परिवर्तन किए गए हैं ताकि छात्र केवल अंकों की दौड़ में न रहकर सक्रिय रूप से सीखने की प्रक्रिया में भाग लें।

चुनौतियों पर भी हुई चर्चा

संगोष्ठी में वक्ताओं ने यह भी स्वीकार किया कि नीति के सफल क्रियान्वयन में कुछ बाधाएँ हैं, जिनमें बुनियादी ढाँचे की कमी, शिक्षक प्रशिक्षण की कमजोर व्यवस्था, ज्ञानात्मक पक्ष की उपेक्षा और उच्च शिक्षण संस्थानों के व्यापारिक विस्तार की प्रवृत्ति प्रमुख हैं।

प्राचार्य प्रो. ब्रिजेश जायसवाल का अध्यक्षीय उद्बोधन

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य प्रो. (सीएमए) ब्रिजेश कुमार जायसवाल ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का मसौदा प्रसिद्ध वैज्ञानिक डॉ. कस्तूरीरंगन की अध्यक्षता में बहुत ही वैज्ञानिक और गहन विचार के साथ तैयार किया गया है। यह नीति कौशल विकास के साथ एक श्रेष्ठ नागरिक निर्माण की दिशा में सहायक सिद्ध होगी। उन्होंने अल्प सूचना में सार्थक चर्चा के लिए सभी प्रतिभागियों और शिक्षकों का आभार व्यक्त किया।

कार्यक्रम का संचालन एवं सहयोग

संगोष्ठी का संचालन प्रो. रमेश कुमार द्वारा किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ उत्तर प्रदेश के डॉ. विजय कुमार, डॉ. उमाकांत, डॉ. अमिताभ, डॉ. इंदिवर, डॉ. कुशल आदि का सक्रिय सहयोग उल्लेखनीय रहा।

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