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गाजीपुर : शहीद अब्दुल हमीद की 60वीं पुण्यतिथि पर विपक्ष का जलवा, कार्यक्रम में विघ्न डालने की कोशिश

बेद प्रकाश पाण्डेय ब्यूरो चीफ गाजीपुर।

शहीद अब्दुल हमीद की 60वीं पुण्यतिथि पर विपक्ष का जलवा, कार्यक्रम में विघ्न डालने की कोशिश

दुल्लहपुर (गाज़ीपुर)। परमवीर चक्र विजेता शहीद अब्दुल हमीद की 60वीं पुण्यतिथि पर बुधवार को धामुपुर स्थित शहीद पार्क में आयोजित शहादत दिवस पूरी तरह विपक्षी नेताओं और कार्यकर्ताओं के जलसे में तब्दील हो गई। मंच से लेकर पूरे पार्क तक समाजवादी पार्टी के नेताओं, पदाधिकारियों और समर्थकों की भारी भीड़ नजर आई। हालांकि कार्यक्रम के दौरान कई अनोखे और अप्रत्याशित घटनाक्रम भी हुए, जिनसे लोगों का ध्यान सहादत सभा से हटकर उन घटनाओं की ओर चला गया।

पूर्व सैनिक हरेंद्र यादव का विरोध प्रदर्शन

कार्यक्रम में सबसे बड़ी चर्चा का विषय वाराणसी के पूर्व सैनिक हरेंद्र कुमार यादव रहे, जो सेना छोड़ने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ चुके हैं। वे आर्मी की ड्रेस पहने, शरीर पर तिरंगा लपेटे और हाथों में तख्ती लेकर अचानक कार्यक्रम में पहुंच गए। तख्तियों पर लिखा था— “प्रधानमंत्री जवाब दो, पुलवामा का हिसाब दो।”

हरेंद्र हाथों में माइक लेकर मंच से लगभग 50 मीटर दूर स्तूप पर चढ़ गए और जोर-जोर से नारेबाजी करने लगे। उस समय मंच से स्नातक एमएलसी आशुतोष सिन्हा संबोधित कर रहे थे, लेकिन हरेंद्र की हरकतों ने सभी का ध्यान अपनी ओर खींच लिया।

आयोजकों और पुलिस ने संभाली स्थिति

हरेंद्र के नारेबाजी करने पर मंच पर बैठे नेताओं ने उन्हें रोकने का प्रयास किया। बाद में आयोजक परवेज और दुल्लहपुर थानाध्यक्ष कमलेश कुमार मौके पर पहुंचे और हरेंद्र को शांति से बैठने की अपील की। सांसद धर्मेंद्र यादव ने भी मंच से कहा कि “कार्यक्रम के बाद आपकी बातें अवश्य सुनी जाएंगी।” लेकिन हरेंद्र कुछ देर बाद फिर नारेबाजी करने लगे। इसी दौरान सदर विधायक जै किशन साहू नाराज हो गए। जिसके बाद हरेन्द्र कार्यक्रम स्थल से चला गया।

भीड़ के बीच अचानक एक और युवक ने सपा का झंडा लहराते हुए अपनी शर्ट उतार दी और खुद को सपाट खींचने लगा । कार्यक्रम स्थल से ही नेताओं ने उसे समझा-बुझाकर शांत कराया।

युवाओं की भीड़ से अव्यवस्था

सांसद धर्मेंद्र यादव जैसे ही सभा स्थल पहुंचे, भारी संख्या में जुटे युवाओं ने उनका जोरदार स्वागत किया। उत्साह इस कदर बढ़ा कि धक्का-मुक्की की स्थिति पैदा हो गई। कई बार युवक मंच पर चढ़ने की कोशिश करते रहे, जिन्हें बार-बार रोकना पड़ा।

श्रद्धांजलि के बाद दौरा

करीब तीन बजे श्रद्धांजलि सभा समाप्त हुई। इसके बाद सांसद धर्मेंद्र यादव का काफिला देवा गांव पहुंचा, जहां पूर्व प्रधान सैलधारी राजभर के आवास पर उनका स्वागत किया गया। तत्पश्चात टड़वाटप्पा गांव स्थित वरिष्ठ शिक्षक केशव यादव के आवास पर भी उनका गर्मजोशी से अभिनंदन हुआ। जलपान के बाद काफिला आज़मगढ़ की ओर रवाना हुआ।

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