सड़क एवं नाली निर्माण में मानकों की अनदेखी, खुली नालियां बनीं खतरे की घंटी

बेद प्रकाश पाण्डेय ब्यूरो चीफ गाजीपुर।
आज दिनांक।14/12/025को
सड़क एवं नाली निर्माण में मानकों की अनदेखी, खुली नालियां बनीं खतरे की घंटी

जखनिया (गाजीपुर)।जखनिया विकासखंड अंतर्गत कोतवाली भुड़कुंडा़ से बाजार स्थित रेलवे क्रासिंग तक हो रहे नाली एवं सड़क निर्माण कार्य को लेकर स्थानीय नागरिकों, समाजसेवियों एवं विभिन्न संगठनों ने कड़ा विरोध दर्ज कराया है। जखनिया–मनिहारी मार्ग पर चल रहे सड़क चौड़ीकरण के साथ-साथ नाली निर्माण कार्य भी किया जा रहा है, लेकिन निर्माण की गुणवत्ता एवं मानकों को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं।
गाजीपुर के वरिष्ठ समाजसेवी डॉ. एम. खालिद ने नाली निर्माण प्रक्रिया पर आपत्ति जताते हुए कहा कि नालियां मानक के अनुरूप नहीं बनाई जा रही हैं। उन्होंने स्पष्ट कहा कि नाली निर्माण ढक्कन युक्त एवं मजबूत ढंग से किया जाना अत्यंत आवश्यक है। इस संबंध में उन्होंने उच्च अधिकारियों से वार्ता भी की है। डॉ. खालिद ने चेतावनी दी कि यदि कार्य मानकों के अनुसार नहीं हुआ तो इसकी पूरी जिम्मेदारी संबंधित विभाग की होगी। उन्होंने बताया कि यह क्षेत्र अत्यंत व्यस्त इलाका है, जहां शिक्षण संस्थान, ग्राम न्यायालय, स्वास्थ्य केंद्र एवं तहसील स्थित हैं। ऐसे में खुली नालियां छोड़ना आमजन के लिए गंभीर खतरा है।
वहीं र्सव दलीय संघर्ष समिति के अध्यक्ष देवनारायण सिंह ने कहा कि सड़क चौड़ीकरण के साथ नाली निर्माण का कार्य भी चल रहा है, जिसे पूरी गुणवत्ता और पारदर्शिता के साथ कराया जाना चाहिए। किसी भी प्रकार की लापरवाही या घटिया निर्माण को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
तहसील बार एसोसिएशन के अध्यक्ष के. निसार अहमद ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि नालियों पर ढक्कन नहीं लगाया गया या निर्माण कार्य गुणवत्ता विहीन पाया गया तो तहसील बार एसोसिएशन के अधिवक्ता धरना-प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे।
वरिष्ठ अधिवक्ता अशोक कुमार यादव ने कहा कि खुली नालियों के कारण बच्चों, बुजुर्गों एवं आम राहगीरों के गिरने की आशंका बनी रहती है और किसी भी समय बड़ा हादसा हो सकता है। उन्होंने विभाग से तत्काल ढक्कन युक्त व सुरक्षित नाली निर्माण कराने की मांग की।इस मौके पर प्रमुख रूप से शमीम अंसारी, अमित पांडेय, फैज़ल अंसारी, अमीन अंसारी, गिरीश पांडेय, रतन राम सहित बड़ी संख्या में क्षेत्रीय नागरिक मौजूद रहे।



