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गाजीपुर : जिला जेल में विचाराधीन कैदी की संदिग्ध मौत, गांव में मचा हड़कंप, पिता बोले- स्वस्थ था बेटा, फिर मौत कैसे हुई?

बेद प्रकाश पाण्डेय ब्यूरो चीफ गाजीपुर।

आज दिनांक।09/07/025को

जिला जेल में विचाराधीन कैदी की संदिग्ध मौत, गांव में मचा हड़कंप, पिता बोले- स्वस्थ था बेटा, फिर मौत कैसे हुई?

दुल्लहपुर गाजीपुर। जिला जेल में बंद विचाराधीन कैदी सुनील राजभर (26) की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। मौत की खबर मिलते ही उसके गांव कौला (थाना भुड़कुड़ा) में कोहराम मच गया। परिजनों ने मौत को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए हैं और जांच की मांग की है।

मृतक के पिता बाडू राजभर ने बताया कि 11 दिसंबर 2023 को उनकी बहू अंकिता राजभर ने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। अंकिता की शादी मात्र छह माह पूर्व जौनपुर जिले के अनेकपुर गांव में हुई थी। आत्महत्या के बाद मृतका के मायके पक्ष ने दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज कराया, जिसमें बाड़ू राजभर, पत्नी कलावती देवी और पुत्र सुनील राजभर आरोपी बनाए गए थे। माता-पिता करीब चार महीने बाद जमानत पर रिहा हो गए, जबकि सुनील अब तक जेल में ही बंद था।

बाडू राजभर ने बताया कि 25 जून को अदालत में पेशी के दौरान बेटे से मुलाकात हुई थी। तब वह बिल्कुल स्वस्थ था और किसी प्रकार की बीमारी की बात नहीं कही थी। लेकिन 9 जुलाई को दोपहर लगभग 1:30 बजे भुड़कुंडा पुलिस ने सूचना दी कि सुनील की तबीयत खराब है और वह अस्पताल में भर्ती है। परिजन जब तक शादियाबाद अस्पताल पहुंचे, तब तक पुलिस ने फोन पर उसकी मौत की जानकारी दे दी।

परिजनों ने सवाल उठाया कि जब कैदी की तबीयत बिगड़ी तो उन्हें समय से सूचना क्यों नहीं दी गई। उन्होंने मौत को संदिग्ध बताते हुए कहा कि जांच के बिना सच सामने नहीं आएगा। मृतक चार भाइयों में तीसरे नंबर का था।

ग्राम प्रधान प्रतिनिधि और भाजपा नेता उमाशंकर यादव ने भी मामले को गंभीर बताते हुए कहा कि जेल में विचाराधीन कैदी की मौत पर कई सवाल उठ रहे हैं। अस्पताल में मौत का कारण सांस रुकना बताया जा रहा है, लेकिन असल वजह जांच के बाद ही स्पष्ट होगी। उन्होंने भी निष्पक्ष जांच की मांग की है।

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