गाज़ीपुर : एक माह में 29 बिखरे परिवारों का हुआ मिलन, महिला सहायता प्रकोष्ठ की पहल बनी मिसाल

बेद प्रकाश पाण्डेय ब्यूरो चीफ गाज़ीपुर।
आज दिनांक।03/09/025को
एक माह में 29 बिखरे परिवारों का हुआ मिलन, महिला सहायता प्रकोष्ठ की पहल बनी मिसाल
गाज़ीपुर। माह अगस्त में महिला सहायता प्रकोष्ठ/परिवार परामर्श केन्द्र ने समाज के लिए एक नई मिसाल कायम की है। पुलिस अधीक्षक डॉ ईरज राजा के कुशल निर्देशन में यहां पति-पत्नी के विवाद से जुड़े कुल 278 प्रकरणों की सुनवाई की गई।
इनमें से 29 लंबे समय से विवादित परिवारों को मध्यस्थता के जरिए सुलह कराकर सकुशल विदाई दिलाई गई। दोनों पक्षों ने बिना किसी दबाव के आपसी गिले-शिकवे भुलाकर नए सिरे से जीवन शुरू करने का संकल्प लिया। इसी माह में 38 प्रकरण अथक प्रयासों के बावजूद मध्यस्थता विफल रहने पर परिवार न्यायालय हेतु विधिक सलाह देते हुए बंद किए गए, वहीं 34 प्रकरण आपसी विवाद सुलझने के बाद समाप्त कर दिए गए। इसके अलावा 26 प्रकरण माननीय न्यायालय में विचाराधीन होने के कारण बंद किए गए, जबकि शेष मामलों में पति-पत्नी की अगली मध्यस्थता तिथि तय की गई है।
महिला परामर्श केन्द्र की भूमिका केवल औपचारिक सुनवाई तक सीमित नहीं रही। यहां महिला पुलिस अधिकारियों और नामित सदस्यों ने पति-पत्नी व उनके परिजनों को समझा-बुझाकर टूटते रिश्तों को जोड़ने का सराहनीय प्रयास किया। लगातार संवाद और काउंसलिंग की बदौलत कई परिवार टूटने से बच गए। लोगों ने इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि यह कदम समाज में बिखरते रिश्तों को जोड़ने और वैचारिक मतभेद मिटाने की दिशा में एक प्रेरणादायक पहल है।