आज 51 हज़ार से अधिक युवाओं को नियुक्ति पत्र दिए गए हैं। ऐसे रोज़गार मेलों के माध्यरम से लाखों युवाओं को सरकार में स्थायी

आज 51 हज़ार से अधिक युवाओं को नियुक्ति पत्र दिए गए हैं। ऐसे रोज़गार मेलों के माध्यरम से लाखों युवाओं को सरकार में स्थायी
नौकरी मिल चुकी है। अब ये युवा राष्ट्र निर्माण में अहम भूमिका निभा रहे हैंः
आज देश में बन रहा स्टार्टअप्स, नवाचार और अनुसंधान का वातावरण देश के युवाओं की क्षमताओं को बढ़ा रहा हैः
हाल ही में मंज़ूर की गई नई योजना, रोज़गार से जुड़ी प्रोत्साबहन योजना के साथ सरकार का ध्यान निजी क्षेत्र में रोज़गार के नए
अवसर पैदा करने पर भी हैः प्रधानमंत्री
आज भारत की सबसे बड़ी शक्तियों में से एक हमारा निर्माण क्षेत्र है। निर्माण क्षेत्र में बड़ी संख्या में नए रोज़गारों का सृजन हो रहा हैः
गोरखपुर, 12 जुलाई, 2025: प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से रोज़गार मेले को
संबोधित किया और विभिन्न सरकारी विभागों एवं संगठनों में नवनियुक्त 51,000 से अधिक युवाओं को नियुक्ति पत्र वितरित किए।
उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए, उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि आज का दिन इन युवाओं के लिए भारत सरकार के
विभिन्न विभागों में नई ज़िम्मेदारियों की शुरुआत का दिन है। उन्होंने विभिन्न विभागों में अपनी सेवाएं शुरू करने वाले युवाओं को
बधाई दी और इस बात पर ज़ोर दिया कि अलग-अलग भूमिकाओं के बावजूद, उनका साझा लक्ष्य ‘‘नागरिक प्रथम‘‘ के सिद्धांत पर
आधारित राष्ट् सेवा है।
प्रधानमंत्री ने भारत की जनसांख्यिकीय और लोकतांत्रिक नींव की बेजोड़ ताकत पर ज़ोर दिया। उन्होंने इस बात पर ज़ोर
दिया कि विश्व की सबसे बड़ी युवा आबादी और सबसे बड़े लोकतंत्र के साथ भारत में घरेलू और वैश्विक स्तर पर भविष्य को आकार
देने की अद्वितीय क्षमता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह विशाल युवा शक्ति भारत की सबसे बड़ी पूंजी है और सरकार इस पूंजी को
दीर्घकालिक समृद्धि के उत्प्रेरक में बदलने के अपने प्रयासों में दृढ़ है।
श्री मोदी ने कहा, अभी दो दिन पहले ही मैं पांच देशों की यात्रा से लौटा हूं। मैंने जिन भी देशों का दौरा किया, उनमें भारत
के युवाओं की शक्ति का ज़ोरदार प्रदर्शन देखने को मिला। इस यात्रा के दौरान हुए समझौतों से देश-विदेश में भारतीय युवाओं को लाभ
होगा। उन्होंने आगे कहा कि इस यात्रा के दौरान रक्षा, फार्मास्यूटिकल्स, डिजिटल तकनीक, ऊर्जा और दुर्लभ मृदा खनिजों जैसे
महत्वपूर्ण क्षेत्रों में हुए विभिन्न समझौतों से दूरगामी लाभ होंगे। श्री मोदी ने आगे कहा, ये पहल न केवल भारत की वैश्विक आर्थिक
स्थिति को मज़बूत करेंगी बल्कि विनिर्माण और सेवा क्षेत्र में युवा भारतीयों के लिए सार्थक अवसर भी पैदा करेंगी।
रोज़गार के उभरते परिदृश्य पर बात करते हुए, प्रधानमंत्री ने इस बात पर ज़ोर दिया कि 21 वीं सदी में रोज़गार की प्रकृति
तेज़ी से बदल रही है। नवाचार, स्टार्टअप और अनुसंधान के महत्व पर ज़ोर देते हुए उन्होंने भारत में युवाओं को बड़े सपने देखने के
लिए सशक्त बनाने वाले विकासशील व्यवस्था की चर्चा की। उन्होंने नई पीढ़ी पर अपने व्यक्तिगत गर्व और विश्वास को साझा किया
और युवाओं को महत्वाकांक्षा, दूरदर्शिता और कुछ नया रचने की प्रबल इच्छा के साथ आगे बढ़ते देखकर प्रसन्नता व्यक्त की।
श्री मोदी ने कहा कि भारत सरकार निजी क्षेत्र में रोज़गार के नए अवसर पैदा करने पर भी ध्यान केंद्रित कर रही है। हाल
ही में, सरकार ने रोज़गार से जुड़ी प्रोत्साहन योजना नामक एक नई योजना को मंज़ूरी दी है। इस योजना के तहत, सरकार निजी क्षेत्र
में अपनी पहली नौकरी पाने वाले युवाओं को 15,000 रुपये प्रदान करेगी। ‘’दूसरे शब्दों में, सरकार उनकी पहली नौकरी के पहले
वेतन में योगदान देगी। इसके लिए सरकार ने लगभग 1 लाख करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया है। इस योजना से लगभग 3.5
करोड़ नए रोज़गार सृजित होने की उम्मीद है।‘’
प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय विकास को गति देने, रोज़गार सृजन करने और विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की
दिशा में भारत की यात्रा को गति देने में भारत के विनिर्माण क्षेत्र की परिवर्तनकारी शक्ति पर ज़ोर दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि हाल
के वर्षों में मेक इन इंडिया पहल को काफ़ी मज़बूती मिली है। केवल पीएलआई (उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन) योजना के माध्यम से देश
भर में 11 लाख से अधिक रोज़गार सृजित हुए हैं। मोबाइल फ़ोन और इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में अभूतपूर्व विस्तार हुआ है। श्री मोदी ने
कहा, ‘‘आज भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण लगभग 11 लाख करोड़ रुपये का है। इसमें पिछले 11 वर्षों में पांच गुना से भी अधिक
की वृद्धि हुई है। पहले देश में मोबाइल फ़ोन बनाने वाली केवल 2 से 4 इकाइयां ही थी। आज भारत में मोबाइल फ़ोन निर्माण से जुड़ी
लगभग 300 इकाइयां हैं जो लाखों युवाओं को रोज़गार दे रही हैं।‘‘
प्रधानमंत्री ने रक्षा निर्माण के क्षेत्र में भारत के वैश्विक अग्रणी के रूप में उभरने का भी उल्लेख किया। भारत का रक्षा
निर्माण उत्पादन 1.25 लाख करोड़ रुपये से अधिक है। उन्होंने विश्व के सबसे बड़े रेल इंजन निर्माता के रूप में भारत के उभरने और
रेल इंजन, रेल डिब्बों और मेट्रो डिब्बों के निर्यात में देश के मज़बूत प्रदर्शन की सराहना की। उन्होंने कहा कि ऑटोमोबाइल क्षेत्र ने
केवल पांच वर्षों में 40 बिलियन डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश हुआ है, जिससे नए कारखाने लगे, नए रोज़गार के अवसर उत्पन्न हुए
और वाहनों की रिकॉर्ड बिक्री हुई।
प्रधानमंत्री ने भारत की कल्याणकारी पहलों के दूरगामी प्रभावों पर ज़ोर देते हुए अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (आईएलओ) की
एक हालिया रिपोर्ट का उल्लेख किया जिसमें बताया गया है कि पिछले एक दशक में 90 करोड़ से अधिक भारतीय नागरिक सरकारी
कल्याणकारी योजनाओं के दायरे में आए हैं।
प्रधानमंत्री ने प्रधानमंत्री आवास योजना जैसे प्रमुख कार्यक्रमों के बारे में विस्तार से बताया जिसके तहत 4 करोड़ पक्के घर
बनाए जा चुके हैं और 3 करोड़ और निर्माणाधीन हैं। स्वच्छ भारत अभियान के तहत 12 करोड़ शौचालयों के निर्माण से नलसाजों
और निर्माण श्रमिकों को रोज़गार मिला है जबकि उज्ज्वला योजना के तहत प्रदान किए गए 10 करोड़ से ज़्यादा एलपीजी कनेक्शनों
से बॉटलिंग इंफ्रास्ट्रक्चर और वितरण नेटवर्क का विस्तार हुआ है, जिसके परिणामस्वरूप हज़ारों वितरण केंद्र और लाखों नए रोज़गार
सृजित हुए हैं।
श्री मोदी ने आगे कहा, प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ़्त बिजली योजना, जो छतों पर सौर ऊर्जा लगाने के लिए प्रति परिवार
75,000 रुपये से अधिक की राशि प्रदान करती है, घरेलू बिजली बिलों को कम कर रही है और तकनीशियनों, इंजीनियरों और सौर
पैनल निर्माताओं के लिए रोज़गार के अवसर पैदा कर रही है। नमो ड्रोन दीदी ने ग्रामीण महिलाओं को ड्रोन पायलट के रूप में
प्रशिक्षित करके उन्हें सशक्त बनाया है।
श्री मोदी ने कहा कि देश 3 करोड़ लखपति दीदी बनाने के अपने मिशन पर भी आगे बढ़ रहा है और 1.5 करोड़ महिलाएं इस
उपलब्धि को हासिल कर चुकी हैं। बैंक सखी, बीमा सखी, कृषि सखी और पशु सखी जैसी विभिन्न योजनाओं ने महिलाओं को स्थायी
रोजगार पाने में सक्षम बनाया है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना ने रेहड़ी-पटरी वालों और फेरीवालों को औपचारिक
सहायता प्रदान की है जिससे लाखों लोग मुख्यधारा की आर्थिक गतिविधियों में शामिल हुए हैं।
प्रधानमंत्री ने ज़ोर देकर कहा कि इन अनगिनत योजनाओं का ही असर है कि पिछले दस सालों में ही 25 करोड़ लोग गरीबी
से बाहर आ गए हैं। श्री मोदी ने कहा, ष्रोज़गार के अवसरों के बिना ऐसा बदलाव संभव नहीं होता। यही कारण है कि आज विश्व बैंक
जैसी बड़ी वैश्विक संस्थाएं भारत की प्रशंसा कर रही है। भारत अब विश्व के उन शीर्ष देशों में गिना जा रहा है जहां समानता का स्तर
सबसे अधिक है।
प्रधानमंत्री ने वर्तमान चरण को विकास का महायज्ञ, गरीबी उन्मूलन और रोजगार सृजन के लिए समर्पित एक राष्ट्रीय
मिशन बताया और देश के युवाओं और सरकार में नव नियुक्त लोगों से इस मिशन को नई ऊर्जा और समर्पण के साथ आगे बढ़ाने का
आह्वान किया।
अपने संबोधन के समापन पर प्रधानमंत्री ने प्रत्येक नागरिक को ईश्वर मानने के ‘‘नागरिक देवो भव‘‘ के मार्गदर्शक सिद्धांत
का आह्वान किया तथा नवनियुक्त सदस्यों को सार्वजनिक सेवा में उज्ज्वल और सार्थक भविष्य के लिए हार्दिक बधाई और
शुभकामनाएं दीं।
पूर्वोत्तर रेलवे द्वारा लखनऊ स्थित इन्दिरा गॉधी प्रतिष्ठान गोमतीनगर में आयोजित रोज़गार मेला-16 समारोह के मुख्य
अतिथि माननीय वित्त राज्य मंत्री, भारत सरकार, श्री पंकज चौधरी ने रेलवे में 178, सीआरपीएफ में 02, पोस्टल में 16, बैकिंग
सेवाओं में 15, उच्च शिक्षा में 01, गृह मंत्रालय में 12, संस्कृति मंत्रालय में 41, एनटीपीसी में 02 एवं खान मंत्रालय में 04 सहित कुल
271 नव नियुक्त अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया।
इस अवसर पर अपने सम्बोधन में वित्त राज्य मंत्री, भारत सरकार, श्री पंकज चौधरी ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री भारत सरकार
श्री नरेन्द्र मोदी जी की अध्यक्षता में भारत सरकार के ’मिशन रिक्रूटमेंट’ के तहत 10 लाख कर्मियों के लिए भर्ती अभियान के क्रम में
रोजगार मेला-2025 का कार्यक्रम आयोजित हो रहा है। उन्होने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार प्रतिदिन नई
सोच, नए विजन के साथ काम कर रही है। इसी क्रम में केन्द्र सरकार के साथ विभिन्न राज्य सरकारंे मिलकर रोज़गार मेले का
आयोजन कर रही है। पिछले 10 वर्ष से नौकरियों की हर श्रेणी में पादर्शिता बरती जा रही हैं। इसके पश्चात सभागार में माननीय
केन्द्रीय वित्त राज्य मंत्री, भारत सरकार, श्री पंकज चौधरी ने उपस्थित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र वितरित किए।
इससे पूर्व मण्डल रेल प्रबन्धक श्री गौरव अग्रवाल ने माननीय प्रधानमंत्री, भारत सरकार श्री नरेन्द्र मोदी जी का, माननीय
वित्त राज्य मंत्री, भारत सरकार, श्री पंकज चौधरी का हार्दिक स्वागत करते हुए कहा कि इन सफल युवाओं की नियुक्ति भारत सरकार
के अन्तर्गत विभिन्न मंत्रालयों के विभिन्न पदों असिस्टेंट प्रोफेसर, मेडिकल आफिसर, सब इंस्पेक्टर, कान्सटेबुल, डाक सहायक, क्लर्क,
टेªन मैनेजर, हेल्पर, टेक्नीशियन आदि पदों पर हुई है। मुझे विश्वास है कि सभी सफल नवनियुक्त कर्मी पूर्ण मनोयोग से कार्य करते हुए
राष्ट्र की उन्नति में भागीदार बनेंगे। कार्यक्रम के अन्त में अपर मण्डल रेल प्रबन्धक/परिचालन श्री रजनीश गुप्ता ने धन्यवाद ज्ञापित
किया तथा कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ मण्डल कार्मिक अधिकारी श्री राहुल यादव ने किया।
इसी प्रकार बनारस रेल इंजन कारखाना (बी.एल.डब्ल्यू.), वाराणसी के सिनेमा हॉल में आयोजित समारोह की मुख्य अतिथि स्वास्थ्य
एवं परिवार कल्याण तथा रसायन एवं उर्वरक राज्य मंत्री, भारत सरकार श्रीमती अनुप्रिया पटेल ने वाराणसी मंडल के नवनियुक्त 92
अभ्यर्थियों सहित विभिन्न विभागों के कुल 141 अभ्यार्थियों को नियुक्ति पत्र दिये गए।
समारोह को संबोधित करते हुऐ- मुख्य अतिथिरू श्रीमती अनुप्रिया पटेल, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा रसायन एवं
उर्वरक राज्य मंत्री भारत सरकार ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में देशभर के 47 स्थानों पर रोजगार मेलों का
आयोजन हो रहा है, जिसमें 51,000 से अधिक सफल अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए जा रहे हैं। इस आयोजन में रेल मंत्रालय,
स्वास्थ्य मंत्रालय, श्रम मंत्रालय, गृह मंत्रालय, वित्त विभाग सहित अनेक मंत्रालय भाग ले रहे हैं। उन्होंने सभी सफल अभ्यर्थियों को
बधाई देते हुए इसे उनके जीवन का एक महत्वपूर्ण और यादगार अवसर बताया।
उन्होंने प्रधानमंत्री जी के मंत्र “नागरिक देवो भवः” को दोहराते हुए युवाओं से राष्ट्र सेवा के लिए समर्पण भाव से कार्य करने
का आग्रह किया। उन्होंने यह भी कहा कि यह सफलता केवल आपकी मेहनत से ही नहीं, बल्कि परिवार, गुरुजनों और समाज के
सामूहिक सहयोग से संभव हुई है। अभ्यर्थियों को मिशन कर्मयोगी प्रारंभ के माध्यम से स्वयं को प्रशिक्षित कर अपनी दक्षता और
उत्पादकता बढ़ाने की सलाह दी गई।
डिजिटल कनेक्टिविटी का विस्तार हो रहा है और आधारभूत संरचना में व्यापक विकास हो रहा है। भारत अब मोबाइल
निर्माण के क्षेत्र में भी एक वैश्विक केंद्र बन चुका है। उन्होंने युवाओं से 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य की पूर्ति में नेतृत्व की
भूमिका निभाने की अपेक्षा जताई। अंत में उन्होंने कहा कि आज सरकार की कार्यशैली में व्यापक परिवर्तन हुआ है जहाँ सभी मंत्रालय
और विभाग मिलकर ‘whole of government approach’ के तहत समन्वय (synergy) के साथ देश के बड़े
लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए कार्य कर रहे हैं।
इस अवसर पर श्री सुनील पटेल, विधायक (रोहनियाँ), श्री विनीत कुमार श्रीवास्तव (मंडल रेल प्रबंधक/ वाराणसी), रेल अधिकारी
समेत भारत सरकार के विभिन्न विभागों के पदाधिकारियों तथा सभी अभ्यर्थी उपस्थित थे।