गोरखपुर नगर निगम बोर्ड बैठक 20 जुलाई को, चुने जाएंगे कार्यकारिणी के छह नए सदस्य

गोरखपुर नगर निगम बोर्ड बैठक 20 जुलाई को, चुने जाएंगे कार्यकारिणी के छह नए सदस्य
गोरखपुर। एक अगस्त को पूर्व नगर निगम सदन की कार्यकारिणी से भाजपा पार्षद उप सभापति धर्मदेव चौहान, पार्षद अजय राय, अजय ओझा, रविंद्र सिंह सैंथवार और समाजवादी पार्टी से पार्षद जुबेर अंसारी का कार्यकाल खत्म हो जाएगा। इसके पूर्व 20 जुलाई को बुलाई गई नगर निगम बोर्ड बैठक में नगर निगम कार्यकारिणी के लिए छह नए सदयों का चुनाव किया जाएगा। उसके बाद निर्वाचित सदस्यों के साथ कार्यकारिणी की पहली बैठक में उप सभापति का निर्वांचन होगा। 21 जुलाई से 12 अगस्त तक लोकसभा का सदन चलेगा। इस अवधि में नियमानुसार कोई चुनाव नहीं होगा जबकि 31 जुलाई को पुरानी कार्यकारिणी के सदस्यों का कार्यकाल खत्म हो जाएगा।
ऐसे में इस संवैधानिक स्थितियों को संज्ञान में रहते हुए महापौर डॉ मंगलेश कुमार श्रीवास्तव ने 20 जुलाई को कार्यकारिणी की बैठक बुलाने का निर्णय लिया है। उम्मीद है कि जल्द भारतीय जनता पार्टी की महानगर इकाई कार्यकारिणी में शामिल होने वाले पार्षदों और उपसभापति पद के लिए दावेदार की नाम की घोषणा करेगी। निगम सदन की 12 सदस्यों वाली कार्यकारिणी से पहली बार में लाटरी से 06 सदस्य भाजपा से देवेंद्र गौड़ पिंटू, रणंजय सिंह जुगनू, मनु जायसवाल, विश्वजीतजीत त्रिपाठी, आनंद वर्धन और सपा के विजेंद्र लाटरी के जरिये बाहर हुए थे। उसके बाद कार्यकारिणी में उपसभापति धर्मदेव चौहान, अजय राय, मनोज निषाद, अजय ओझा, रविंद्र सिंह सैंथवार भाजपा से और समाजवादी पार्टी से जुबेर अंसारी बचे थे। बाहर हुए सदस्यों के स्थान पर भाजपा से 05 और सपा से 01 पर नए सदस्य चुन कार्यकारिणी में आए थे। सपा चुनाव लड़ने की स्थिति में नहीं फिलहाल सदन में सिर्फ 14 की संख्या में समाजवादी पार्टी का प्रतिनित्व देख चुनाव की संभावनाएं नहीं बन रही हैं। बल्कि कार्यकारिणी में भाजपा से 05 और समाजवादी पार्टी से 01 पार्षद को शामिल कर लिया जाएगा। शामिल कौन सदस्य होंगे, उनके नाम का चयन दोनों दल करेंगे। चुनाव की स्थिति में आठ पदेन सदस्यों को भी मताधिकार होता है। इनमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्यसभा सांसद और राष्ट्रीय महासचिव डॉ.राधा मोहन दास अग्रवाल, सांसद रवि किशन, कैबिनेट मंत्री संजय निषाद, एमएलसी देवेंद्र प्रताप सिंह, एमएलसी डॉ धमेंद्र सिंह सैंथवार, विधायक ग्रामीण विपिन सिंह, पिपराइच विधायक महेंद्र पाल सिंह शामिल हैं। 20 जून को दो साल पूरे, नहीं मनोनीत हुए पार्षद नगर निगम सदन के गठन के 20 जून को दो साल पूरे हो गए। निगम सदन में 10 मनोनीत पार्षद चुने जा सकते हैं लेकिन संगठन और सरकार अब तक मनोनीत पार्षदों की नियुक्ति नहीं कर सकी है। न ही निगम सदन में भाजपा पार्षद दल का नेता ही मनोनीत हो सका है।