गाजीपुर : चार श्रम संहिताओं के खिलाफ जखनिया में जोरदार प्रदर्शन, 15 सूत्रीय मांगों को लेकर सौंपा गया ज्ञापन

बेद प्रकाश पाण्डेय ब्यूरो चीफ गाजीपुर।
आज दिनांक।09/07/025को
चार श्रम संहिताओं के खिलाफ जखनिया में जोरदार प्रदर्शन, 15 सूत्रीय मांगों को लेकर सौंपा गया ज्ञापन
जखनिया, गाजीपुर। चार श्रम संहिताओं के विरोध में केंद्रीय ट्रेड यूनियन मंच और स्वतंत्र सैक्टोरल फेडरेशन के आवाहन पर 9 जुलाई 2025 को अखिल भारतीय खेत मजदूर यूनियन एवं उत्तर प्रदेश किसान सभा के बैनर तले जोरदार प्रदर्शन किया गया। जखनिया कार्यालय से सुबह 11:00 बजे झंडा-बैनर के साथ निकला जुलूस दोपहर 12:00 बजे तहसील परिसर पहुंचा, जहां सैकड़ों की संख्या में लोगों ने धरना दिया।
प्रदर्शनकारियों ने 15 सूत्रीय मांगपत्र महामहिम राष्ट्रपति व राज्यपाल को संबोधित करते हुए उप जिलाधिकारी रवीश गुप्ता को सौंपा। धरना स्थल पर लोगों को संबोधित करते हुए सीपीएम जिला सचिव मंडल सदस्य विजय बहादुर सिंह ने कहा कि भाजपा सरकार देश को कॉरपोरेट घरानों के हाथों गिरवी रखने पर आमादा है। गरीब, मध्यम वर्ग की अर्थव्यवस्था चरमरा गई है। जनता को दो वक्त की रोटी और बच्चों की शिक्षा में से एक को चुनने की मजबूरी है।
उन्होंने कहा कि चार श्रम संहिताएं श्रमिकों के अधिकारों का हनन हैं और इन्हें तत्काल रद्द कर 2004 के श्रम कानून को पुनः लागू किया जाए। साथ ही मनरेगा में बजट बढ़ाकर ₹2.5 लाख करोड़ किया जाए, न्यूनतम मजदूरी ₹600 प्रतिदिन निर्धारित हो, 200 दिन रोजगार मिले तथा आधार आधारित भुगतान प्रणाली बंद की जाए।
सीपीएम जिला सचिव मारकंडे प्रसाद ने भूमिहीनों को आवास और खेती योग्य भूमि देने की मांग की। उन्होंने कहा कि आवास योजना में मिलने वाली राशि ₹5 लाख की जाए। पुराने समय से रह रहे परिवारों को उजाड़ने की कार्रवाई तत्काल रोकी जाए। उन्होंने स्मार्ट मीटर और बिजली निजीकरण का विरोध करते हुए इसे ग्रामीण-शहरी जनता पर अत्याचार बताया।
धरने का संचालन विनोद यादव ने किया। कार्यक्रम में किसान सभा के संयोजक जोगेंद्र यादव, वीरेंद्र कुमार गौतम, राम अवध मास्टर, सामू राम, बिना सिंह, तूफानी यादव, रामगढ़ सिंह, शांति देवी, सुनीता, रिंकी कुमारी, संतोष कुमार, सुरेंद्र भारती, मनसा, मुन्नी, गीता, तेतरी, लक्ष्मीनाथ, धम्मती, राजमती सहित अनेक लोग मौजूद रहे।